कोरोना संक्रमण के लिहाज से उत्तराखंड में हालात अब काफी हद तक काबू में हैं। गुरुवार को सुकून इस बात को लेकर रहा कि किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। इससे पहले 26 जुलाई को ऐसा हुआ था। यानी करीब तीन माह बाद यह स्थिति बनी है। कोरोना संक्रमण से राज्य में अब तक 1009 मरीजों की मौत हो चुकी है।
उत्तराखंड में कोरोना का पहला मामला पंद्रह मार्च को सामने आया था, जबकि पहली मौत एक मई में हुई। इसके बाद से मौत का ग्राफ लगातार बढ़ता चला गया। पर सितंबर-अक्टूबर में मरने वालों की संख्या ज्यादा तेजी से बढ़ी। केंद्र ने राज्यों से कहा है कि वह मृत्यु दर एक प्रतिशत से नीचे लाने के प्रयास करें। पर प्रदेश में इसमें निरंतर इजाफा होता जा रहा था। चिंता की बात ये है कि राष्ट्रीय औसत की तुलना में राज्य में मृत्यु दर भी अधिक है। पर पिछले कुछ दिन से मौक का आंकड़ा जहां इकाई पर सिमटा रहा, गुरुवार को एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। मौत की रफ्तार थमने से सिस्टम भी अब काफी हद तक राहत महसूस कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सरकारी व निजी लैब से 12237 सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें 11932 मामलों में रिपोर्ट निगेटिव और 305 की पॉजिटिव आई है।बता दें कि अब तक प्रदेश में 61566 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जिनमें 56529 लोग ठीक हो गए हैं। वर्तमान में 3545 एक्टिव केस हैं, जबकि 483 मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं।