वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते प्रसार के कारण प्रभावित लोगों को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सुक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्यम (एमएसएमई) लगाने के साथ ही प्रवासी मजदूर व युवा के लिए रोजगार सृजित किया है। इसी क्रम में आज छोटे उद्यमियों को ऋण प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में उत्तर प्रदेश पूरी प्रतिबद्धता के साथ सभी संभावनाओं को गति देने में जुटा है। लोगों को रोजगार देकर स्वावलंबी बनाना सरकार की प्राथमिकता है। वह शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर सूक्ष्म, लघु और मध्यम दर्जे की नई औद्योगिक इकाइयों (एमएसएमई) के लिए आयोजित ऋण वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने एमएसएमई सेक्टर की 98,743 नई इकाइयों को 2,447 करोड़ रुपये के ऋण ऑनलाइन वितरित किए।
प्रदेश से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न जिलों में 150.89 करोड़ रुपये की कुल 19 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया। इनमें एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत 12 जिलों में 82.25 करोड़ रुपये लागत के 13 सामान्य सुविधा केंद्रों (सीएफसी) का शिलान्यास हुआ। वहीं एसाइड योजना के तहत 22.21 करोड़ रुपये लागत के दो और उप्र निर्यात अवस्थापना विकास योजना के अंतर्गत 46.43 करोड़ रुपये लागत के चार सीएफसी का लोकार्पण हुआ। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम, ओडीओपी, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के लाभार्थियों को चेक भेंट किया। उन्होंने सीएफसी का संचालन करने वाली संस्थाओं से संवाद भी किया।