राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण व पर्यावरण मंत्रालय ने शर्तों के साथ देशभर के 50 टाइगर रिजर्व को खोलने की अनुमति दी है। आदेश के मुताबिक दस साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति को फिलहाल टाइगर रिजर्व में एंट्री नहीं मिलेगी। उत्तराखंड में कॉर्बेट व राजाजी दो बड़े नेशनल पार्क हैं। राजाजी के डायरेक्टर ने प्रस्ताव तैयार कर भेज दिया है। जबकि कॉर्बेट प्रशासन ने अभी नहीं भेजा। अलग-अलग राज्यों के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन अपने स्तर से मामले में फाइनल निर्णय लेंगे।
कोरोना संक्रमण की वजह से पर्यटन से जुड़ी सभी चीजों पर प्रतिबंध लगाया गया था। अमेरिका के न्यूयार्क स्थित एक चिडिय़ाघर में बाघ के कोरोना पॉजिटिव निकलने की वजह से एनटीसीए ने तुरंत नेशनल पार्क व सेंट्रल जू अथॉरिटी ने चिडिय़ाघर को बंद रखने के आदेश जारी किए थे। हालांकि, मार्च अंत में ही अधिकांश टाइगर रिजर्व को लोकल प्रशासन ने बंद कर दिया था। वहीं, वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त डॉ. पराग मधुकर धकाते ने बताया कि मंत्रालय व बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने नए नियमों के साथ टाइगर रिजर्व को लेकर आदेश जारी किए हैं। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक राजीव भरतरी ने बताया कि टाइगर रिजर्व खोलने को लेकर अभी निर्णय लिया गया। चर्चा के बाद फाइनल किया जाएगा। हालांकि, टाइगर रिजर्व में रात्रि विश्राम की संभावना इस बार न के बराबर है।
टाइगर पार्क के नियम
-पर्यटक को थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा। बुखार के लक्षण मिलने पर नजदीकी अस्पताल भेजा जाएगा।
-फेस मास्क और फेस शील्ड पहने बगैर पार्क में किसी का एंट्री नहीं मिलेगी।
-एंट्री के सभी रास्तों पर गाड़ी के टायरों पर कीटाणु नाशक का छिड़काव होगा।
-क्षमता से आधे लोग ही गाड़ी-जिप्सी में बैठ सकेंगे। ताकि शारीरिक दूरी नियम का पालन हो।
-प्रवेश द्वार में शौचालय आदि की व्यवस्था होगी, क्योंकि जंगल में कोई गाड़ी से नीचे नहीं उतर सकता।
-दस साल से कम व 65 साल से अधिक के व्यक्ति को एंट्री नहीं मिलेगी।
सेंट्रल जू अथॉरिटी के आदेश पर देशभर के चिडिय़ाघर भी पर्यटकों के लिए बंद किए गए थे। टाइगर रिजर्व को लेकर आदेश आ चुका है, लेकिन चिडिय़ाघर को लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ। डीएफओ नैनीताल टीआर बीजूलाल ने बताया कि नैनीताल का चिडिय़ाघर फिलहाल बंद ही रहेगा। वहीं, पर्यटकों की नो-एंट्री से जू में रखे गए वन्यजीवों की सेवा को लेकर बजट का संकट खड़ा हो चुका है।