केरल में डॉक्टरों के सुझाव से मिलेगी लोगों को शराब


कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में चीजें अस्त व्यस्त कर दी है। आम जरूरत के सामानों के अलावा शौकीनों के लिए शाम काटना भी मुश्किल हो गया है। एक दो दिनों की बात हो तो किसी तरह से मन मारकर काम चला लें मगर जब बात लंबे समय तक की हो तो काटना मुश्किल हो जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 21 दिनों के लॉकडाउन ने कुछ राज्यों में शराब के शौकीनों का हाल बुरा कर दिया है। कुछ तो शराब न मिलने की वजह से सुसाइड तक कर ले रहे हैं जबकि कुछ अन्य नशीली चीजें पीकर अपना नुकसान कर रहे हैं। केरल राज्य में बीते कुछ दिनों में अचानक से ऐसे मामलों में बढ़ोतरी हुई है। इसी को देखते हुए सीएम पिनराई विजयन की ओर से कुछ कदम उठाए गए हैं। 


लाकडाउन होने की वजह से वहां भी शराब की बिक्री पूरी तरह से बंद है। मॉडल और वाइन शॉप पर ताले लटक रहे हैं। लोग किसी भी कीमत पर शराब खरीदने को तैयार है मगर शराब मिल ही नहीं पा रही है।शराब न मिलने की वजह से केरल में खुदकुशी के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऑनलाइन बिक्री पर विचार किया जा रहा है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस तरह के संकेत भी दिए हैं। मगर इसी के साथ शर्त भी लगाई है कि शराब डॉक्टर की लिखी सलाह पर दी जाएगी। क्योंकि जो लोग इसके आदी है उनको यदि ये न मिले तो संभालना मुश्किल हो जाता है इसको देखते हुए अब ये निर्णय लिया गया है।


केरल समेत पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है। राज्य सरकार ने आबकारी विभाग को शराब के आदी लोगों को मुफ्त इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि शराब की उपलब्धता में अचानक आई कमी से कई सामाजिक समस्याएं भी देखने को मिल रही हैं। केरल में भी कोरोना के 220 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। यहां भी एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत हुई है। सरकार ने एहतियातन यहां भी कदम उठाए थे मगर उसके कुछ दुष्परिणाम भी देखने को मिले हैं जिसको देखते हुए ये कदम उठाया जा रहा है।